The Basic Principles Of Shiv chaisa
The Basic Principles Of Shiv chaisa
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मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥
समझनी है जिंदगी तो पीछे देखो, जीनी है जिंदगी तो आगे देखो…।
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
अर्थ: हे प्रभू आपने तुरंत तरकासुर को मारने के लिए षडानन (भगवान शिव व पार्वती के पुत्र कार्तिकेय) को भेजा। आपने ही जलंधर (श्रीमद्देवी भागवत् पुराण के अनुसार भगवान शिव के तेज से ही जलंधर पैदा हुआ था) नामक असुर का संहार किया। आपके कल्याणकारी यश को पूरा संसार जानता है।
काम की बात श्रीराम शलाका मध्यप्रदेश एक्सप्लेनर क्राइम रामायण महाभारत फनी जोक्स चुटकुले
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
Young children struggling from health issues need to be produced to both recite or pay attention to Shiva Chalisa. Mothers and fathers could also shiv chalisa in hindi recite the Chalisa on their own child’s behalf. Even so, they must pronounce the child’s full shiv chalisa in hindishiv chalisa in hindi name, rasi (moon signal), and Nakshatra prior to the Shiva Chalisa.
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
सांचों थारो नाम हैं सांचों दरबार हैं - भजन